देश के नए राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों पर सभी की नजर बनी हुई है। ऐसे में विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विपक्ष की बैठक के बाद इस बात की घोषणा करते हुए कहा, ‘हमने (विपक्षी दलों ने) सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम उम्मीदवार होंगे।’
यशवंत सिन्हा आज दिल्ली में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चुनाव के लिए विपक्ष की बैठक में भाग लेने वाले हैं। इस बैठक में शामिल होने से पहले यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया कि टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी।
तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने इस मामले पर चर्चा करने के बाद सिन्हा ने प्रस्ताव पर सहमति जताई थी। वहीं यशवंत सिन्हा ने बैठक से पहले एक ट्वीट कर बड़े राष्ट्रीय कारणों के लिए पार्टी के काम से अलग हटने की घोषणा की थी।
तीन बड़े नेता पहले ही ठुकरा चुके हैं विपक्ष का आफर
शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी विपक्ष के आफर को ठुकरा चुके हैं। महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने सोमवार को ही विपक्ष के नेताओं को राष्ट्रपति पद के लिए उनका नाम सुझाने पर धन्यवाद देते हुए चुनाव लड़ने न लड़ने की इच्छा जताई थी। ऐसे में अब विपक्ष यशवंत सिन्हा को मैदान में उतार सकता है। वहीं यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर इन कयासों को हवा दे दी है। दरअसल, यशवंत सिन्हा भाजपा का दामन छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे।