राजपुर क्षेत्र में खतरनाक नस्ल के कुत्तों द्वारा एक बुजुर्ग महिला पर जानलेवा हमला किए जाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुत्तों के मालिक को हिरासत में ले लिया है। यह घटना 6 जुलाई को हुई थी, जब रोटवीलर नस्ल के दो कुत्तों ने एक बुजुर्ग महिला पर हमला कर दिया। पीड़िता के पुत्र उमंग निर्वाल की शिकायत पर थाना राजपुर में केस दर्ज किया गया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि ये कुत्ते नफीस पुत्र शकूर अहमद नामक व्यक्ति के हैं, जिसने नगर निगम से इनके पालन के लिए कोई लाइसेंस नहीं लिया था। आरोपी को पुलिस ने रविवार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी वर्तमान में किशनपुर, अर्धनारीश्वर मंदिर के पास राजपुर क्षेत्र में रह रहा था और बिना अनुमति के खतरनाक नस्ल के कुत्ते पाल रहा था।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन पर सख्ती
लगातार सामने आ रहे कुत्तों के हमलों और जनहानि की घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने पहले ही कई खतरनाक नस्लों के कुत्तों के आयात, ब्रीडिंग और बिक्री पर रोक लगा दी है।
इन नस्लों में पिटबुल, रोटवीलर, डोगो अर्जेन्टिनो, केन कोर्सो, अकिता, अमेरिकन बुलडॉग और अन्य शामिल हैं।
अब देहरादून पुलिस और नगर निगम मिलकर ऐसे सभी मामलों पर कार्रवाई कर रहे हैं। बिना लाइसेंस के इस तरह की खतरनाक नस्लों को पालना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि आम लोगों की जान के लिए खतरा भी बनता जा रहा है।
जनता से अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि आपके आसपास कोई व्यक्ति बिना अनुमति ऐसे खतरनाक नस्ल के कुत्ते पाल रहा है, या उनसे किसी को खतरा है, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम (नंबर 112) या नगर निगम कार्यालय को दें। आपकी सूचना पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष: यह घटना न सिर्फ पालतू जानवरों की जिम्मेदारी का मामला है, बल्कि समाज की सुरक्षा से भी जुड़ा मुद्दा है। ऐसे मामलों में सख्ती ज़रूरी है ताकि भविष्य में किसी की जान को खतरा न हो।