अयोध्या, रामनगरी अयोध्या में सोमवार को दोपहर में एक दर्जन से अधिक हैंड ग्रेनेड मिलने से सनसनी फैल गई है। यहां के कैंट कैंट इलाके में एक दर्जन से अधिक हैंड ग्रेनेड मिले सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई। मिले हुए सभी 18 हैंड ग्रेनेड नष्ट कर दिए गए हैं।
छावनी क्षेत्र में 18 हैंड ग्रेनेड मिलने के बाद इलाके में निगरानी और भी सख्त कर दी गई है। यह विस्फाेटक शनिवार को सेना के फायरिंग रेंज से कुछ ही दूरी पर निर्मलीकुंड में सड़क किनारे झाड़ियों में मिले। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची मिलिट्री इंटेलीजेंस टीम ने ग्रेनेड को अपने कब्जे में लिया। रविवार को सेना ने अपने विशेषज्ञों की मदद से इन्हें नष्ट कराया। इन ग्रेनेड में न तो फ्यूज थे और न ही पिन मिली है। इससे दावा किया जा रहा है कि यह हैंड ग्रेनेड सैन्य अभ्यास के दौरान दगे नहीं और वहीं पड़े रह गए। यह जांच का विषय है, कि ग्रेनेड फायरिंग एवं माझा रेंज से दो से ढाई किलोमीटर दूर निर्मलीकुंड तक कैसे पहुंचे।
निर्मलीकुंड के पास बड़ी संख्या में आम नागरिक भी रहते हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सेना अभ्यास के दौरान अक्सर कुछ ग्रेनेड दग नहीं पाते हैं और वहीं पड़े रहते हैं। अक्सर इन ग्रेनेड को कुछ लोग एकत्र कर कबाड़ी को बेच देते हैं। इस प्रकरण में भी यह बात सामने आ रही है कि ग्रेनेड किसी को बेचने के लिए बटोर कर रखे गए थे। भले ही यह निष्प्रयोज्य हों, लेकिन एक साथ 18 ग्रेनेड मिलना गंभीर विषय है। इस संबंध में सेना की ओर सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया गया है। प्रदेश में हाई अलर्ट जोन वाले जिले में बड़ी संख्या में हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना पर खलबली मच गई। अयोध्या में श्रीराम लला मंदिर प्रांगण में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बेहद मुस्तैद रहती है। निर्मलीकुंड चौराहे के बाद का क्षेत्र कैंट एरिया में आता है। सरयू नदी का गुप्तार घाट भी कैंट क्षेत्र में आता है। जहां पर रोज हजारों पर्यटक आते हैं। ऐसे में हैंड ग्रेनेड मिलने से यहां खलबली मची।
कैंट इलाके में निर्मली कुंड चौराहे के पास पड़े हैंड ग्रेनेड पर एक स्थानीय युवक की नजर पड़ी तो उसने मिलिट्री इंटेलिजेंस को जानकारी दी। पेड़ों और झाडि़यों के बीच 10 से 12 हैंड ग्रेनेड पड़े हुए थे। इस बारे में सेना ने अयोध्या पुलिस को जानकारी दी और हैंड ग्रेनेड को नष्ट कर दिया।हैंड ग्रेनेड कैंट एरिया में सेना के ट्रेनिंग सेंटर से करीब तीन किलोमीटर दूर झाड़ियों में मिले। बरामद हैंड ग्रेनेड को नष्ट कर दिया गया है। कहां से आए, इस बारे में पुलिस पता लगा रही है। अयोध्या में हैंड ग्रेनेड बरामद होने पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। डोगरा कैंटोनमेंट बोर्ड क्षेत्र के निर्मली कुंड चौराहे के पास एक नाले के पास 18 हैंड ग्रेनेड मिले। जिस जगह पर हैंड ग्रेनेड पाए गए हैं, उस जगह से करीब ढाई से 3 किलोमीटर दूर सेना का हैंड ग्रेनेड प्रैक्टिस ग्राउंड है। ऐसे में यह यूज किए हैंड ग्रेनेड यहां तक कैसे पहुंचे, इसका पता नहीं चल पाया है।
सैन्य क्षेत्र में कुछ दिनों से निगरानी सख्त कर दी गई है, जिसकी वजह से आवागमन में कड़ी पाबंदियों को सामना स्थानीय लोगों को करना पड़ रहा है। ऐसे में यह प्रकरण सामने आने के बाद सख्ती और बढ़ने की संभावना मानी जा रही है। एसएसपी शैलेश पांडेय ने इसे सेना का आंतरिक मामला बताया है। एसएसपी ने भी सिर्फ इतना ही बताया कि सेना की ओर से सूचना दी गई थी कि ग्रेनेड नष्ट करा दिया गया है। अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे का कहना है कि डोगरा रेजिमेंटर सेंटर ने एक पत्र के माध्यम से कैंट थाने को हैंड ग्रेनेड मिलने की जानकारी दी। सेना के पीआरओ शांतनु प्रताप सिंह ने इस तरह के किसी मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ये बातें आम हैं। अक्सर ऐसा होता है कि ट्रेनिंग के दौरान कुछ हैंड ग्रेनेड नहीं फटते जिन्हें बाद में रिकवर कर लिया जाता है।