हरिद्वार जेल में वर्तमान में कुल 23 बंदी एचआईवी पॉजिटिव हैं। ये सभी बंदी पहले से ही विभिन्न समयों पर की गई स्वास्थ्य स्क्रीनिंग के दौरान संक्रमित पाये गये थे और कोई नया मामला हाल ही में सामने नहीं आया है।
हरिद्वार जेल के वरिष्ठ अधीक्षक श्री मनोज कुमार आर्य द्वारा पहले मीडिया को दिये गये बयान में 15 बंदियों के पॉजिटिव होने की बात कही गई थी, जिसे प्रशासन ने त्रुटिपूर्ण बताते हुए सही आंकड़ा 23 बताया है।
प्रेस नोट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि कारागार में प्रवेश करने वाले हर बंदी की स्वास्थ्य जांच निर्धारित प्रारूप के अनुसार की जाती है, जिसमें एचआईवी की जांच भी शामिल है। यह जांच उत्तराखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति और एलायन्स इंडिया के सहयोग से उपलब्ध रैपिड टेस्टिंग किट्स द्वारा की जाती है।
यदि कोई बंदी एचआईवी पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे आईसीटीसी केंद्रों पर पुष्टि जांच के लिए भेजा जाता है, और पुष्टि के बाद निकटतम एआरटी केंद्र से उसका इलाज आरम्भ किया जाता है।
कारागार प्रशासन ने यह भी आश्वस्त किया है कि जेल में बंदियों को समय पर समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और भविष्य में भी इस संवेदनशील दायित्व का समुचित निर्वहन जारी रहेगा।