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हीमोफीलिया मरीजों को लेकर गंभीर सीएम धामी, कहा नहीं होने दी जायेगी हीमोफीलिया फैक्टर व दवाईयों की कोई कमी!

हीमोफीलिया मरीजों को लेकर गंभीर सीएम धामी, कहा नहीं होने दी जायेगी हीमोफीलिया फैक्टर व दवाईयों की कोई कमी!

राज्य में पंजीकृत हैं 273 हीमोफीलिया से ग्रसित रोगी, सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है हीमोफीलिया फैक्टर

राज्य में हीमोफीलिया मरीजों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री ने आज स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार से राज्य में हीमोफीलिया से ग्रसित मरीजों की संख्या व उनको मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिये हैं कि हीमोफीलिया से ग्रसित मरीजों को हीमोफीलिया फैक्टर व दवाईयों की कोई कमी नहीं होने दी जाये। प्रत्येक मरीज को सरकारी सुविधाओं का लाभ मिले इसका पूरा ध्यान रखा जाये।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 273 हीमोफीलिया से ग्रसित रोगी पंजीकृत है। जिनके उपचार हेतु राज्य सरकार द्वारा आवश्यक हीमोफीलिया फैक्टर (सात, आठ व नौ) निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा पूर्व में हीमोफीलिया से ग्रसित रोगियों को फैक्टर हेतु राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून, एस०एस० जे० बेस हल्द्वानी नैनीताल एवं संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार, पौडी जाना पडता है। परन्तु पिछले पाँच वर्षों से प्रदेश के सभी हीमोफीलिया के ग्रसित रोगियों को उपचार हेतु हीमोफीलिया फैक्टर उनकी निकटतम् चिकित्सा ईकाई पर उपलब्ध कराये जा रहे है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया वर्तमान में राज्य में फैक्टर-7 पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा शीघ्र ही सम्बन्धित चिकित्सा ईकाईयों को फैक्टर-8 और फैक्टर-9 भी उपलब्ध करा दिये जायेगें।

स्वास्थ्य सचिव ने अवगत कराया कि उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक को निर्देशित किया है कि वह ब्यक्तिगत रूप में प्रत्येक माह हीमोफीलिया से ग्रसित मरीजों को मिल रही सुविधाओं की समीक्षा करे तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने जिलों के जिला नोडल अधिकारियों को निर्देशित करें कि वह प्रत्येक माह हीमोफीलिया मरीजों को मिल रही सुविधाओं का संज्ञान ले व इस बीमारी को लेकर सरकार दुआरा निःशुल्क दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराए।

स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि हीमोफीलिया एक वंशानुगत रक्त विकार है जिसमें पीडित व्यक्ति के खून का थक्का पूरी तरह नहीं बनता है। हीमोफीलिया पीडितों के खून में थक्का जमाने वाले आवश्यक प्रोटीन (फैक्टर) की कमी या अनुपस्थिति होती है और चोट लगने पर रक्तस्त्राव जारी रहता है। यह रोग आमतौर पर पुरुषों को प्रभावित करता है, महिलाओ में इस रोग के लक्षण अक्सर दृष्टिगोचर नहीं होते हैं पर वह रोग की वाहक होती है। कभी कभार यह रोग महिलाओ को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा हीमोफीलिया युक्त व्यक्तियों के रक्तस्त्राव तेज नही होता अपितु लगातार व लम्बी अवधि तक होता रहता है। सामान्य व्यक्ति, बाह्य चोट जैसे कटने, छिलने चोट लगने से बचाने का ध्यान रखता हैं, किन्तु हीमोफीलिया में बाह्य चोट के अलावा अंदरूनी रक्तस्त्राव भी बहुत गम्भीर हो सकता हैं। जिससे कि हाथ व पैरों के जोडों व मांसपेशियों के अकडाहट, दर्द, जोडों का खराब होना, विकलांगता और कई बार मृत्यु का कारण भी बन जाता है।

मा0 उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के अभियान एक पेड माँ के नाम का सुभारम्भ करते हुए पौधरोपण किया!

मा0 उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के अभियान एक पेड माँ के नाम का सुभारम्भ करते हुए पौधरोपण किया!

मा0 उपाध्यक्ष (राज्य स्तरीय) बीस सूत्री कार्यक्रम के नेतृत्व में अर्थ एवं संख्या निदेशालय, बीस सूत्री कार्यक्रम श्री ज्योति प्रसाद गैरोला, तथा जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा वन प्रभाग की मल्हान रेंज में चयनित स्थल (सहंसरा कक्ष संख्या 1बी) में वन क्षेत्राधिकारी, मल्हान रेंज के साथ रहकर लगभग 50 पौधरोपण का कार्य किया गया। मा0 उपाध्यक्ष द्वारा अपने सम्बोधन में मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा चलाये जा रहे अभियान (एक पेड़ माँ के नाम) को आगे बढ़ाये जाने हेतु संदेश दिया गया। उन्होेंने यह भी कहा कि विभिन्न अवसरों पर भारी मात्रा में पौधारोपण किया जा रहा है किन्तु इसके जीवित रहने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हम सबका दायित्व है कि रोपित किये पौधे को जीवित रखने का भी प्रयास करें।
इस अवसर पर कार्यक्रम में अर्थ एवं संख्या निदेशक सुशील कुमार, अपर निदेशक पंकज नैथानी, संयुक्त निदेशक टी0एस0 अन्ना, श्री डी0सी0 बडोनी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी शशि कान्त गिरि एवं गोपाल गुप्ता, वन क्षेत्राधिकारी अयामुद्दीन सिद्दकी सहित अर्थ एवं संख्या विभाग के अन्य कर्मचारी भी भारी संख्या में उपस्थित रहें।

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कार्यालय जिला सूचना अधिकारी देहरादून

सीएम धामी के निर्देशों पर फेरी-ठेली वालों को जारी होंगे पहचान पत्र, अनिवार्य रूप से करने होंगे प्रदर्शित!

सीएम धामी के निर्देशों पर फेरी-ठेली वालों को जारी होंगे पहचान पत्र, अनिवार्य रूप से करने होंगे प्रदर्शित!

-शहरी विकास निदेशालय ने समस्त नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारियों को जारी किया पत्र

फेरी-ठेली वालों को जल्द पहचान पत्र प्रदान किये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर इस संबंध में शहरी विकास निदेशालय की ओर से राज्य के समस्त नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारियों को पत्र जारी कर फेरी एवं ठेली वालों का विवरण जुटाने व पहचान पत्र जारी कर इन्हें अनिवार्य रूप से ठेली/फड़ पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए हैं।
शहरी विकास निदेशक श्री नितिन सिंह भदौरिया की ओर से इस संबंध में समस्त नगर निकायों के नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारियों को पत्र जारी कर अपेक्षा की गई है कि वे अपने क्षेत्र में कार्यरत नगरीय फेरी व्यवसायियों की फेरी/ठेली में पहचान प्रदर्शित करने हेतु विवरण जुटाएं। पहचान पत्र में फेरी व्यवसायी का कोड, नाम, पता, फ़ोटो अंकित होने के साथ ही परिवार के किसी भी नाम निर्देशिता का नाम, श्रेणी(स्थिर या चल) के अतिरिक्त फेरी क्षेत्र जहां परिचय पत्र स्वामी को स्थिर या चल फेरी की अनुज्ञा के साथ ही अनुज्ञति कि विधिमान्यता का विवरण मांगा जाए। पत्र में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि नगर के समस्त फेरी व्यवसायियों को फेरी-ठेली वालों को पहचान पत्र जारी कर अनिवार्य रूप से इसे प्रदर्शित करना होगा।

केदारनाथ के बहाने कांग्रेस सनातनी चोला पहनने की फिराक मे: चौहान!

केदारनाथ के बहाने कांग्रेस सनातनी चोला पहनने की फिराक मे: चौहान!

बद्रीनाथ को बौद्ध मठ कहने वाले सहयोगी तो खुद संभाली राम मन्दिर विरोध की कमान

राजनीति प्रायोजित यात्राओं का हस्र भी पहले जैसा निश्चित

देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हमेशा ही समुदाय विशेष के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस सनातन विरोध से ध्यान बांटने के लिए अब केदारनाथ के बहाने सनातनी चोला पहन रही है जो कि अल्प समय के लिए है।

कांग्रेस की कथित यात्रा के संबंध मे पूछे गए सवाल के जवाब मे चौहान ने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा का हस्र भी वही होगा जो कि पूर्व मे हुई यात्राओं मे हुआ था। दुष्प्रचार और उद्देश्यहीन इन यात्राओं का आयोजन महज राजनैतिक उद्देश्य के लिए होता रहा और जनता ने कोई तवज्जो नही दी। हालात यहां तक रहे कि इन यात्राओं मे खुद कांग्रेसी नही पहुंचे और यात्रा शुरू हुई, लेकिन कब समाप्त हुई पता नही लगा।

चौहान ने कहा कि केदारनाथ को लेकर स्थिति स्पष्ट है कि दिल्ली मे केदारनाथ धाम नही बन रहा है और ट्रस्ट ने साफ किया है कि मन्दिर धाम नही है और न ही वह इस शब्द प्रयोग करेंगे। सीएम ने शिलान्यास मे महज अथिति के रूप मे शिरकत की और उसका केदारनाथ के स्वरूप से कोई लेना देना नही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हिंदू सनातन संस्कृति का विरोध करती रही है और इसके कई उदाहरण सामने आते रहे हैं। कांग्रेस के सहयोगी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदुओ के प्रमुख तीर्थ बद्रीनाथ को जब आठवीं सदी का बौद्ध मठ बता रहे थे तो तब कांग्रेसियों को सनातन के अपमान की चिंता नही हुई। राम मन्दिर के निर्माण को रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने और राम को काल्पनिक बताने पर कांग्रेस की मंशा को समझा जा सकता है। वहीं मुंबई मे बद्रीनाथ धाम का निर्माण करने वाली राज्य कांग्रेस चुप है।

उन्होंने कहा कि देश के करोड़ो सनातनियों ने कांग्रेस को जिस तरह उसकी तुष्टिकरण की नीति का जवाब दिया वह उसके बदलते रंग से वाक़िफ़ हैं। राज्य की जनता जानती है कभी मुस्लिम यूनिवर्सिटी, कभी जुमे की नमाज के लिए अवकाश सहित तमाम तुष्टिकरण के लिए निर्णय लेने वाले अब खुद को सनातन और सनातन के प्रहरी होने का दिखावा है जिसे जनता माफ नही करेगी।

मनवीर सिंह चौहान
प्रदेश मीडिया प्रभारी
भाजपा उत्तराखण्ड

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की दी शुभकामना

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की दी शुभकामना

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामना देते हुए कहा कि यह पर्व उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यावरण संरक्षण की हमारी परंपरा का प्रतीक है। हरेला न केवल हरियाली और समृद्धि का संदेश देता है, बल्कि हमें पर्यावरण की देखभाल के प्रति जागरूक भी करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला पर्व हमें अपनी धरती और पर्यावरण की देखभाल के प्रति प्रेरित करता है। आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध और स्वस्थ वातावरण देने के लिए वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग एक गंभीर समस्या है, हरेला पर्व इसके प्रभावों को कम करने का भी सन्देश देता है।उन्होंने सभी प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री ने इस दिशा में जन सहभागिता को महत्वपूर्ण बताते हुए सभी सामाजिक संगठनों और संस्थाओं से भी सहयोग की अपील की है।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड अपने धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के लिए विख्यात है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसलिए, पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। हमें अपने जल स्रोतों, नदियों और गदेरों के पुनर्जीवन और संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोक पर्व हमारी सांस्कृतिक विरासत की पहचान हैं। राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए हम सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे। तभी हम अपनी सांस्कृतिक और पारंपरिक जड़ों से जुड़े रह पाएंगे और इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचा पाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने और इसे अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने की भी अपील की।

ई वेस्ट एकत्रित करने वाले सरकारी विभागों को नोटिस -मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी !

ई वेस्ट एकत्रित करने वाले सरकारी विभागों को नोटिस -मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी !

सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों को सख्ती से ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन एवं मेडिकल वेस्ट डिस्पॉजल की पुख्ता व्यवस्था के कड़े निर्देश

स्वच्छता कर्मियों को हाथों के दस्ताने, मास्क, गमबूट्स उपलब्ध करवाने के निर्देश

कचरा बीनने वाले लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश

प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट की सख्त निगरानी हेतु औद्योगिक ईकाईयों के नियमित निरीक्षण के निर्देश

बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट के सम्बन्ध में प्रभावी सर्विलेंस सिस्टम विकसित करने के निर्देश

डिसेन्ट्रलाइज वेस्टवाटर ट्रीटमेंट सिस्टम को प्रोत्साहन

उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उन सभी सरकारी विभागों को नोटिस जारी करने जा रहा हैं जिनके द्वारा अनुपयोगी पुराने कम्पयूटर, प्रिन्टर, स्कैनर व मोबाइल जैसे ई वेस्ट अनावश्यक रूप से एकत्रित किए जा रहे हैं। सचिवालय में उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने ई वेस्ट मेनेजमेंट के सम्बन्ध में सख्त निर्देश दिए हैं। सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों को सख्ती से ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन एवं मेडिकल वेस्ट डिस्पॉजल की पुख्ता व्यवस्था के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने विशेषरूप से सरकारी विभागों को इस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करने की सख्त हिदायत दी है। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि कूड़ा प्रबन्धन एवं निस्तारण के कार्य में लगे स्वच्छता कर्मियों को हाथों के दस्ताने, मास्क, गमबूट्स तत्काल उपलब्ध करवाएं जाए।

पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति निधि के उपयोग के सम्बन्ध में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के तहत ठोस अपशिष्ट के संग्रहण, भंडारण, परिवहन, प्रसंस्करण के लिए बुनयादी सुविधाएं तैयार करने, नाडेप पिट के माध्यम से जैव खादों के उत्पादन, सामूहिक सफाई अभियान को प्रोत्साहित करने, सेनेटरी वेस्ट एवं घरेलू खतरनाक अपशिष्ट के एकत्रीकरण व निपटान की व्यवस्था तथा सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के सम्बन्ध में कचरा बीनने वाले लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने प्लास्टिक वेस्ट मेनेजमेंट के तहत औद्योगिक ईकाईयों के नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जब्त किए गए एसयूपी के परिवहन, रिसाइकिलिंग व निस्तारण के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने ऐसे व्यक्तियों, गैर सरकारी संगठनों एवं संस्थानों को पुरस्कृत एवं प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं जो प्लास्टिक कूड़े के पर्यारवणीय हित में प्रबन्धन के लिए कार्य कर रहे हैं।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट के सम्बन्ध में एक प्रभावी सर्विलेंस सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए हैं कि पेरामेडिकल कार्मिकों के लिए बायोमेडिकल वेस्ट के सेगरिगेशन, स्टोरेज व निस्तारण के सम्बन्ध में प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाए।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने खतरनाक अपशिष्ट प्रबन्धन ( Hazardous waste management ) के तहत ऐसे लोगो के लिए कौशल विकास एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं जो खतरनाक अपशिष्ट की हैण्डिलिंग, रिसाईकिलिंग व प्री प्रोसेसिंग के कार्यों को करते हैं। उन्होंने संभावित खतरनाक अपशिष्ट दूषित स्थलों के आंकलन के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कन्सट्रक्शन एण्ड डिमोलेशन वेस्ट मेनेजमेंट के तहत निर्माण एवं धवस्तीकरण अपशिष्ट की प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना एवं अपग्रेडेशन के निर्देश दिए हैं।

सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने घरेलू अपशिष्ट जल के उपचार के सम्बन्ध में निर्देश दिए हैं कि डिसेन्ट्रलाइज वेस्टवाटर ट्रीटमेंट सिस्टम को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए। इसके साथ ही क्यूनिटी सेनेटरी कॉम्पलेक्स को भी प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने उपचारित जल का प्रयोग पीने के अलावा अन्य कार्यों में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। औद्योगिक अपशिष्ट जल के सम्बन्ध में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि कॉमन ट्रीटमेंट प्लान्ट के स्थापना के लिए गैप फण्डिग का उपयोग किया जाए। जलस्रोतों के पुनर्जीवीकरण हेतु सीएस ने निर्देश दिए हैं कि बाढ़ वाले मैदानी क्षेत्रों में वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने भूमिगत जल को रिचार्ज करने हेतु विशेष प्रयास के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने वायु प्रदूषण के प्रभावी नियंत्रण हेतु एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग नेटवर्क को सृदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में प्रमुख सचिव श्री रमेश कुमार सुधांशु, उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने 15 अक्टूबर तक सैन्य धाम का निर्माण पूर्ण करने के दिए निर्देश।

सैन्य धाम निर्माण के संबंध में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई उच्च स्तरीय समिति की बैठक।

मुख्यमंत्री ने 15 अक्टूबर तक सैन्य धाम का निर्माण पूर्ण करने के दिए निर्देश।

शहीद सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता बढ़ाये जाने के दिए निर्देश।

कठुआ जम्मू कश्मीर में शहीद प्रदेश के वीर शहीदों के आश्रितों को शीघ्र किया जाए सेवायोजित।

पांचों शहीदों के गांवों के आस-पास सड़क व स्कूलों के नाम इन वीर शहीदों के नाम पर रखे जाने का बनाया जाए प्रस्ताव।

सैन्य धाम के निर्माण के पश्चात एम.डी.डी.ए. करेगा उसका रखरखाव व संचालन।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सैन्य धाम के निर्माण में हो रही देरी को असन्तोषजनक बताते हुए 15 अक्टूबर तक इसका निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिये है। उन्होंने इसके लिये आगणित 94 करोड़ की धनराशि के अन्तर्गत ही निर्माण कार्य सम्पन्न कराने के भी निर्देश दिये है। सैन्य धाम के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता में भी किसी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश कार्यदायी संस्था एवं अभियन्ताओं को उन्होंने दिए हैं।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में सैन्य धाम निर्माण के संबंध में आयोजित उच्च स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस कार्य मे अब और अधिक विलम्ब न हो इसके लिये सैनिक कल्याण मंत्री को सैन्य धाम के निर्माण कार्यों का निरन्तर अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। उन्होंने शहीद सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता बढ़ाये जाने का प्रस्ताव बनाये जाने को भी कहा। कठुआ, जम्मू कश्मीर में शहीद प्रदेश के पांचों वीर शहीदों के आश्रितों सहित इस तरह के समस्त मामलों में सरकारी सेवा में सेवायोजित करने की कार्यवाही तत्काल करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने इस तरह के प्रकरणों में भविष्य में ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये कि सरकारी सेवा में सेवायोजित करने का कार्य बिना विलंब के किया जाये तथा इसके लिये समय सीमा तय कर दी जाये। पांचों शहीदों के गांवों के आस-पास सड़क व स्कूलों के नाम इन वीर शहीदों के नाम पर रखे जाने की भी शीघ्र कार्यवाही अमल में लाये जाने को कहा। उन्होंने सैन्य धाम के निर्माण के पश्चात एम.डी.डी.ए. को उसके रखरखाव व संचालन की जिम्मेदारी दिये जाने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने सैन्य धाम के निर्माण में आ रहे भूमि विवाद के समाधान हेतु जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। सैन्य धाम सैनिकों के सम्मान तथा राज्य की समृद्ध सैन्य परंपरा का भी प्रतीक है। यह हमारे युवाओं का भी प्रेरणा स्थल बनेगा।

बैठक में सैन्य धाम के 500 मी. की परिधि में निर्माण कार्य प्रतिबन्धित किये जाने संबंधी जारी आदेश को निरस्त किये जाने तथा इस व्यवस्था को युक्ति संगत बनाये जाने पर भी निर्णय लिया गया।

इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द वर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के.सुधांशू, प्रमुख सचिव न्याय श्री प्रदीप पंत, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एम.डी. पेयजल निगम श्री रणवीर सिंह चौहान, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. श्री बंशीधर तिवारी, जेओसी सब एरिया मे.ज. आर.प्रेम राज, एम.डी. उपनल ब्रिगेडियर (से.नि.) जे.एन.एस. विष्ट,, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ब्रिगेडियर (से.नि.) अमृतलाल सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

उत्तरखण्ड -25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाए जाने के निर्णय-महेंद्र भट्ट!

उत्तरखण्ड -25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाए जाने के निर्णय-महेंद्र भट्ट!

देहरादून 12 जुलाई। भाजपा ने केंद्र द्वारा 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, लोकतंत्र के इस काले अध्याय और लोकतंत्र बचाने वाले सेनानियों को याद रखना बेहद आवश्यक है। साथ ही यह उनके लिए भी आइना दिखाने का काम करेगा, जो संविधान और लोकतन्त्र समाप्त होने का भ्रम फैलाते हैं ।

उन्होंने कहा, वर्तमान और आने वाले वाली पीढ़ी को 25 जून, 1975 का वो कड़वा सच जानने की जरूरत है, जिसके तहत तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटा गया । लाखों सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यकर्ताओं को बिना किसी जुर्म के सलाखों के पीछे ठूंस दिया गया। समाचार पत्रों एवम पत्रकारों पर प्रतिबंध लगाकर अभिव्यक्ति की आजादी छीनी गई । इस दुखद दिन को याद करने से देश हमेशा सतर्क रहेगा कि किसी भी तरह से ऐसी परिस्थितियों को आने से रोकना है ।

साथ ही उन्होंने कटाक्ष किया कि संविधान समाप्त होने का झूठ फैलाने वालों को यह दिन याद दिलाता रहेगा कि कैसे न्यायालय के निर्णयों और संसद का अपहरण कर संविधान समाप्त किया जाता है। जो लोग लोकतंत्र की हत्या की अफवाह प्रसारित करते हैं, उनकी आंखें भी शर्म से झुक जाएंगी जब इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर हुए अत्याचार का जिक्र होगा। यूं भी, एक जीवंत समाज को अपनी तरक्की और बेहतरी के लिए अपने अच्छे और बुरे, दोनों समय को याद करना चाहिए, विशेषकर स्वास्थ्य लोकतंत्र में ।

मनवीर सिंह चौहान
प्रदेश मीडिया प्रभारी
भाजपा, उत्तराखंड

ई -रिक्शा संचालकों को उनका हक दिलाकर रहेगा मोर्चा -नेगी

ई -रिक्शा संचालकों को उनका हक दिलाकर रहेगा मोर्चा -नेगी

#ई रिक्शा संचालक यातायात बाधित होने का कारण न बनें | विकासनगर- ई- रिक्शा संचालकों की पीड़ा को देखते हुए उनके बीच में उनका हक दिलाने मोर्चा के साथियों संग पहुंचे जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने उनकी पीड़ा सुनी, जिसमें संचालकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर भिन्न-भिन्न रूटों पर चलने वाले ई-रिक्शा से संबंधित सुझाव राखे, जिसमें मुख्य रूप से रूट चार्ट बनाने,एक ही जगह ई-रिक्शा न खड़े करने तथा यातायात में पुलिस प्रशासन का सहयोग करने पर बल दिया गया | नेगी ने ई- रिक्शा संचालकों की बैठक में संचालकों को आश्वासन दिया कि किसी भी सूरत में मोर्चा इनका उत्पीड़न नहीं होने देगा , लेकिन संचालकों को भी यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग करना होगा ताकि अनावश्यक रूप से शहर में जाम की स्थिति न बने एवं एक ही जगह झुंड के रूप में इकट्ठे न हों | सभी का दायित्व बनता है कि यातायात सुचारू रखने में पुलिस- प्रशासन का सहयोग एवं जनता की परेशानियां का भी ध्यान रखें | बैठक में सभी रूटों के अध्यक्षों का चयन एवं दो-तीन दिन के भीतर सुझाव मोर्चा के समक्ष रखने का प्रस्ताव आया | नेगी ने कहा कि इस संबंध में बैठक में हुए तथ्यों से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी, विकास नगर को अवगत कराया जाएगा, जिससे भविष्य में इनका शोषण न हो सके | बैठक में-मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजय राम शर्मा,मोहम्मद असद, प्रवीण शर्मा पिन्नी, नदीम तथा ई रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष अश्वनी प्रसाद, बिल्लू गिल्बर्ट, जगबीर, सफीक पांडे, भगत, नाजिर, सोनू, सलमान, चरण सिंह, संदीप,बाबू ,अरविंद रोहिल्ला, अनिल, अली अहमद, सुशील, जसवीर सिंह आदि शामिल थे |

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीमती शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी!

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीमती शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी!

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बलबीर रोड, स्थित भाजपा कार्यालय में केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निधन पूरे प्रदेश एवं पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अपनी विधानसभा की जन समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहती थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमती शैलारानी रावत केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा समर्पित भाव से कार्य करती थी और जनता की समस्याओं को सरकार एवं शासन स्तर पर प्राथमिकता से रख कर उनका समाधान करवाती थी। उन्होंने हमेशा समाज के अंतिम छोर में खड़े लोगों की आवाज को उठाने और समाधान की ओर ले जाने का कार्य किया। उनका सरल, सहज एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व था।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने एवं शोक संतप्त परिजनों और शुभचिंतकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि श्रीमती शैलारानी रावत की कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जायेगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, श्रीमती रेखा आर्या, श्री सौरभ बहुगुणा, सांसद श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, श्री खजान दास, श्रीमती रेनू बिष्ट, श्री सुरेश सिंह चौहान एवं पार्टी पदाधिकारियों ने श्रीमती शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि दी।